सबके पास वाजिब वजह हैं अपनी दृष्टि में।
अशांति के लिए कोई वाजिब वजह नहीं होती।
बेवकूफ़ी के पक्ष में तुम कौन-सा बोध भरा तर्क दोगे?
लड़ो।
स्थिर होकर, शांत होकर, मौन होकर लड़ो।
दुनिया को ऐसे लड़ाकों की बहुत ज़रुरत है।
कबीर साहिब का सूरमा है। वो कहते हैं, “वो लड़ता ही जाता है। वो कभी रणक्षेत्र से, खेत से हटता ही नहीं है।”
कबीर साँचा सूरमा लड़े हरि के हेतपुरज़ा पुरज़ा कट मरे तबहुँ न छाड़े खेत
ऐसा लड़ाका चाहिए।